The Parva Doon Bar Association staged a sit -in in the tehsil and demanded the repair of the demolished chambers by the Tehsil administration.
परवा दून बार एसोसिएशन ने तहसील में किया प्रदर्शन, कहा जब तक तहसील प्रशासन हमारे ध्वस्त चेंबर सही नहीं कराएगा तब तक जारी रहेगा आंदोलन।

The aman times
डोईवाला से अमन अग्रवाल की रिपोर्ट_
डोईवाला की नव निर्मित तहसील में उस समय हंगामा हो गया जब परवा दून बार एसोसिएशन के नव निर्मित चेंबर पर तहसील प्रशासन ने जेसीबी मशीन चलाकर निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
अधिवक्ताओं ने तहसील प्रशासन पर शोषण का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिवक्ता भी तहसील और कोर्ट का ही एक भाग है और उन्हें बैठने के लिए जमीन भी तहसील प्रशासन को ही मुहैया करानी है तो ऐसे में आज हुई एकतरफा कारवाई का समस्त अधिवक्ता विरोध करते है और जब तक ध्वस्त चेंबर का पुनः निर्माण नहीं होता तब तक आंदोलन जारी रखने की बात बार एसोसिएशन ने कही।
परवादून बार एसोसिएशन डोईवाला के द्वारा तहसील प्रशासन डोईवाला के अधिवक्ताओं के नवनिर्मित चैंबर ध्वस्ति करण के विरुद्ध न्यायालय सहायक कलेक्टर डोईवाला व न्यायालय तहसीलदार डोईवाला का अनिश्चित कालीन बहिष्कार कर दिया गया है तथा इसके साथ ही तहसील गेट के समुख कार्मिक धरना सुरू कर दिया गया है।
परवादून बार एसोसिएशन के सचिव मनोहर सिंह सैनी द्वारा कहा गया की यदि तहसील प्रशासन द्वारा अविलंब चैंबर का पुनः निर्माण नहीं किया गया तो कार्मिक धरने को अनिश्चित कालीन धरने में तब्दील किया जायेगा परवादून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष फूल सिंह वर्मा ने कहा कि तहसील प्रशासन द्वारा बार को 401 वर्ग मीटर भूमि का आवंटन किया गया है जो की अधिवक्ताओं के लिए प्रयाप्त नही है अधिवक्ताओं द्वारा और आवंटित भूमि करने संबंधी प्रार्थन पत्र उपजिलाधिकारी डोईवाला जिलाधिकारी देहरादून मुख्य सचिव तथा मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को भेजा गया था जिस पर कार्यवाही लंबित है किंतु तहसील प्रशासन डोईवाला द्वारा उक्त प्रार्थना पत्रों की अनदेखी कर के बिना किसी पूर्व सूचना के बिना किसी विधिक प्रक्रिया के गरीब युवा अधिवताओ टाइपिस्टो स्टांप वेंडर के अपने धन से निर्मित चैंब्रो को तहसील प्रशासन द्वारा धवस्त कर दिया गया है जबकि उक्त चैंबरो के निर्माण के संबंध में पूर्व में तहसील प्रशासन नेआसवस्थ किया था की उक्त चैंबरो को किसी भी तरह से ध्वस्त नही किया जायेगा तहसील प्रशासन द्वारा चैंबरों को ध्वस्त कर के अधिवक्ताओं व वादकारियों के साथ वादा खिलाफी की गई है यदि शासन प्रशासन के द्वारा ध्वस्त चैंबरो का पुनः निर्माण नहीं किया गया तो परवादून बार एसोसिएशन व स्थानीय जनताओ को उग्र आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा।
इस मौके पर शुशील कुमार वर्मारंजन सोलंकी अशरफ अली मनीष यादव संदीप जोशी साकिर हुसैन अतर सिंह सुरेश चंद्र भट्ट महेश कुमार मोहम्मद जुबेर विनीत लोधी भव्य चमोला अतुल कुमार रमन कुमार अब्दुल माजिद मोइन अहमद भानु शाहरुख मेहताब आलम तर्रन्नुम सलीम मोनिका पटेल सोनिया, भारती अग्रवाल, जसवंत ऋतु विवेक आकाश वरुण आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।