This time the Rishikeh Yoga Festival will be held on the Green Theme. 890 foreign guests from 42 countries will become part of the Yoga Festival.
बोले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी, प्रधानमंत्री जी के फिट इंडिया अभियान में भी योग की अहम भूमिका।

The Aman Times
उत्तराखंड ब्यूरो _
योगनगरी ऋषिकेश में एक से सात मार्च के बीच होने जा रहे अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में धर्म, आध्यात्म और योग जगत के जाने माने गुरुओं और योगाचार्य का भी सानिध्य मिलेगा।
योग महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऋषिकेश, सदियों से योग की भूमि रही है।
देश-विदेश के योग साधक इसी वजह से ऋषिकेश खिंचे चले आते हैं।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी के फिट इंडिया अभियान में भी योग की अहम भूमिका है। इसलिए सरकार ऋषिकेश में योग गतिविधियों को लोकप्रिय बनाने का प्रयास कर रही है। अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव इसी दिशा में एक कदम है।
जीएमवीएन केे एमडी श्री विशाल मिश्रा ने बताया कि गढ़वाल मण्डल विकास निगम और पर्यटन विभाग द्वारा गंगा रिसोर्ट ऋषिकेश में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में 20 हजार से अधिक योग साधक और प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है।
महोत्सव में स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज, आचार्य बालकृष्ण, स्वामी आत्मस्वरूप, जया किशोरी जी, श्री अक्षत गुप्ता का मार्गदर्शन मिलेगा।
इसके साथ ही प्रतिदिन शाम को होने वाले सांस्कृतिक समारोह में इंडियन ओशियन, श्री प्रेम जोशुआ, ज्योति नूरान जी, श्री नरेंद्र सिंह नेगी के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इसके अलावा, उत्तराखंडी लोक नृत्यों की प्रस्तुति भी होगी।
उन्होंने बताया कि अलग-अलग सत्रों में ग्रैंड मास्टर अक्षर, योगी अभिषेक सोती, योगिनी ऊषा माता, डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी, डॉ अर्पिता नेगी, योगिनी उर्मिला पांडेय और मेघा चौधरी भी व्याख्यान देंगी। प्रतिदिन देश-विदेश के योगाचार्यों द्वारा साधकों और प्रतिभागियों को योगाभ्यास कराए जाएंगे।
विशाल मिश्रा के बताया कि ऋषिकेश में तीन दशक से किया जा रहा है। गत वर्ष के आयोजन में 42 देशों के 890 विदेशी मेहमानों ने प्रतिभाग किया था। इस बार यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। प्रतिभाग करने के लिए ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन पंजीकरण भी किए जा रहे हैं। ऑनलाइन पंजीकरण https://gmvnonline.com पर किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस बार योग महोत्सव ग्रीन थीम पर आयोजित किया जा रहा है।
इसलिए महोत्सव से पहले और बाद में आयोजन स्थल और गंगा तट पर विशेष सफाई अभियान संचालित किया जाएगा।